A REVIEW OF MORAL

A Review Of moral

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शिक्षा – अपनी कमियों को नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए।

द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी

सालों पहले एक नगर का राजा अपने राज्य में रात को अपना रूप बदलकर घूमता था। वह रूप बदलने के बाद लोगों से मिलकर अपने यानी राजा के बारे में जानने की कोशिश करता और उनकी समस्याओं को समझता था। 

लाल मछली की बात सुनकर, नीली मछली ने कहा, “लेकिन, हमें सिर्फ एक दिन के लिए यहाँ से कहीं सुरक्षित जगह पर चले जाना चाहिए!

शिक्षा – किसी पर कभी भी आसानी से भरोसा नहीं करना चाहिए।

एक समय की बात है, सर्दी का दिन था और एक शेर धूप में सो रहा था। तभी वहाँ एक चूहा आया और सोए हुए शेर के शरीर पर कूदने लगा। जिससे तंग आकर शेर जाग उठा और उसने अपने भारी पंजो से चूहे को पकड़ लिया। शेर ने गुस्से में कहा, “मुर्ख चूहे मुझे तंग क्यों किया, अब तुझे इसकी सज़ा जरूर मिलेगी।

दूसरा किसान उस गांव का बड़ा धनी एवं धर्मात्मा व्यक्ति बना। कोई भी उसके द्वार से खाली न जाता, वह सबकी तन मन धन से सहायता किया करता। 

मंत्री ने जमींदार को बुलाया। फिर उसे डराते हुए कहा, हमें पता चला है कि तुम्हारे पास एक जादुई बक्सा है। उसे तुरंत हमारे हवाले कर दो। इसी जादुई बक्से को हाथ से निकलते हुए देखकर जमींदार की हालात खराब होने लगी। उसने मंत्री जी से बहुत विनती की, पर मंत्री नहीं माना। 

राम और श्याम दो भाई थे, दोनों एक ही कक्षा में पढ़ा करते थे। राम पढ़ने में बहुत हुशियार था। पर उसका भाई पढ़ने से दूर भागता था। राम के जो दोस्त थे वो पढ़ने में अवल थे और वही दूसरी तरफ श्याम के दोस्तो को पढ़ने में बिलकुल दिलचस्पी नहीं थी, वो पढ़ाई से दूर भागते थे। ये सब देखने के बाद राम अपने भाई श्याम को उसके दोस्तों से दूर रहने के लिए बोलता था, लेकिन श्याम अपने भाई की बात नहीं सुनता और उसे कहता की आप अपने काम से मतलब रखो।

साल बीत गए और रामू अपना जीवन जीता रहा, अपने खेत की देखभाल करता रहा और जरूरतमंदों की मदद करता get more info रहा। 

पोता खूब मन लगाकर उन कहानियों को सुनता। उस नन्हे से पोते का नाम श्याम था। घर में महंगे महंगे चीनी – मिट्टी और अन्य क्रोकरी के समान थे।

चूहा अपने दांतो से जाल को काटने की कोशिश करता है और अंत में वो शेर को बाहर निकालने में सफल हो जाता है। शेर चूहे के इस काम से बड़ा खुश होता है। वो चूहे से कहता है कि दोस्त मैं तुम्हारा ये अहसान कभी नहीं भूलूंगा और साथ ही कहता है आज से तुम मेरे सच्चे मित्र हो।

शिक्षा – जब कोई आपको किसी समस्या के बारे में चेतावनी देता है, तब ऐसे में उनकी बातों को समझदारी से सुनना और उसके ऊपर कार्य करना महत्वपूर्ण होता है। रोकथाम इलाज से बेहतर है!

दो बकरियों की कहानी – कुमति और सुमति

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